Bawaseer Ka Gharelu Upchar
Bawaseer Ka Gharelu Upchar / बवासीर का घरेलू उपचार
Piles (Haemorrhoids), Bawaseer Ka Ilaj, Khooni Bawasir Ki Medicineबवासीर यानी पाइल्स। इस समस्या में गुदा मार्ग में छोटे-छोटे मस्से हो जाते हैं, जिनसे कभी-कभी खून भी रिसता है-जैसे मल त्याग के समय। इस समस्या को खूनी बवासीर कहते हैं। दूसरी होती है बादी बवासीर, जिसमें गुदा मार्ग में काले रंग के मस्से हो जाते हैं, लेकिन इनसे खून नहीं रिसता। केवल सूजन, दर्द और खुजली होती है। कुल मिलाकर बवीसर बहुत कष्टदायक होती है।
अगर कारण की बात करें तो जो सबसे ज्यादा बवासीर के लिए जिम्मेदार हैं, वो हैं एक तो कुर्सी पर अधिक देर तक यार लगातार बैठे रहने की आदत जैसे- (Office) दफ्तर वगैरह में। दूसरा, बिना किसी टाइम टेबल के बाहर का खाने की आदत, तला-भुना, ज्यादा मसालेदार तेज मिर्ची वाला खाना। यानी किसी भी समय कुछ भी गलत-सलत खा लेने की आदत।
तो चलिए अब हम आपको बताते हैं बवासीर के कुछ घरेलू उपचार के बारे में..
1. केले को लेकर एक नुस्खा आपको करना है। रात को सोने से पहले एक केला लेकर उसे बीच से लंबा काट लें और फिर बीच में कत्था पीसकर लगा लें। रातभर केले को ऐसे ही रहने दे। सुबह शौच के बाद इस केले को खा लें। एक हफ्ते में ही कैसी भी बवासीर हो बिल्कुल ठीक हो जाती है।
2. अगला नुस्खा भी बिल्कुल सेम ही ही है। बस इसमें आपको केले की जगह नींबू का प्रयोग करना है। रात को नींबू को बीच से काटकर इसमें कत्था लगा दीजिए। फिर सुबह शौच वगैरह के बाद इस नीबूं के रस को चाटें। यह उपाय आपकी खूनी बवासीर को कुछ ही दिनों में पूरी तरह स्वस्थ कर देगा।
3 छांछ को लेकर आप एक नुस्खा तैयार करें। लगभग दो लीटर छांछ में आप 25 से 30 ग्राम पीसा हुआ जीरा और थोड़ा-सा सेंधा नमक मिलाकर इसे पिएं। सप्ताह भर में ही आपके गुदा के मस्से, काले हों या लाल बिल्कुल ठीक जायेंगे। बस पानी कम यह छांछा सप्ताह भर तक प्रयोग करें और फायदा खुद देखें।
तो प्रिय पाठकों आप इन नुस्खों को प्रयोग करें, आपकी पाइल्स की समस्या में बहुत आराम देंगे। आखिर में जाते-जाते बवासीर के लिए एक बहुत ही असरदार और दमदार आयुर्वेदिक दवा के बारे में आपको बताना चाहेंगे। जिसका नाम है- Suraj's PylOsur (सूरज पाइल ओ श्योर)। यह दवा कैसी भी बवासीर हो, जड़ से खत्म कर देती है और दोबार नहीं होने देती। Suraj's PylOsur एक प्योर (शुद्ध) आयुर्वेदिक दवा है, जो शुद्ध जड़ी बूटियों से बनाई गई है। यह दवा दो रूपो में आती है-एक पाउडर के रूप में, दूसरा कैप्सूल के रूप में। दोनों ही दवाओं में किसी भी प्रकार का एस्ट्राॅयड या केमिकल का प्रयोग नहीं किया गया है, पूरी तरह आयुर्वेदिक हैं, इसलिए इनका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। यह दवा 2 से 3 दिन में ही गजब का असर करना शुरू कर देती है। बवासीर में होने वाले दर्द और सूजन को पूरी तरह दूर करती है, कब्ज बवासीर में बहुत तकलीफ देता है, इसलिए यह दवा कब्ज को भी दूर करती है, मस्सों में घाव को दूर करती है और खून के रिसाव को रोकती है। सबसे बड़ी बात... आपके पाचन तंत्र में भी सुधार करती है, जिससे आपको शौच आराम से और समय पर होती है।
Comments
Post a Comment